प्रयागराज, सितम्बर 2 -- प्रयागराज, कार्यालय संवाददाता। हमारी संस्कृति और परम्पराओं को समाज तक बेहतर ढंग से पहुंचाने की जिम्मेदारी मीडिया की होती है और यह काम मीडिया ही बखूबी कर सकता है। इसलिए मीडिया के विद्यार्थियों को चाहिए कि वे भारतीय संगीत और परम्पराओं के साथ-साथ अपने कलाकारों को भी गहराई से जानें। यह बातें प्रख्यात संतूर वादक पं. अभय रुस्तम सोपोरी ने इविवि के सेंटर ऑफ मीडिया स्टडीज में आयोजित व्याख्यान-प्रस्तुति कार्यक्रम में मंगलवार को कही। उन्होंने विद्यार्थियों को संतूर वादन की बारीकियों से परिचित कराया और स्वर मिलाकर गायन के लिए भी प्रेरित किया। अपनी प्रस्तुति की शुरुआत राग चारुकेशी से की और स्वरचित कई बंदिशें भी प्रस्तुत कीं। तबले पर चंचल सिंह तथा पखावज पर अंकित पारिख की संगत के साथ प्रश्नोत्तर शैली की प्रस्तुति ने वातावरण को मं...