गाज़ियाबाद, सितम्बर 22 -- ट्रांस हिंडन। वसुंधरा स्थित होटल में चल रहे जीवन का आधार-गीता का सार सम्मेलन का रविवार रात समापन हुआ। ब्रह्मकुमारीज की ओर से हुए आयोजन में राजयोगिनी बीके ऊषा दीदी ने गीता ज्ञान के रहस्य को उजागर करते हुए बताया कि हर अध्याय योग पर आधारित है। गीता ज्ञान दिव्य बुद्धि रूपी लगाम द्वारा मन रूपी घोड़े को नियंत्रित करना सिखाता है। इससे मन के प्रश्नों की जटिलता समाप्त होकर सहजता से संस्कारों में परिवर्तन आता है। सृष्टि चक्र में अभी यह समय है, जब निराकार परमपिता परमात्मा शिव साधारण मानवीय रथ का आधार लेकर गीता ज्ञान देते हैं। इससे आसुरी संपदा परिवर्तित होकर दैवीय संपदा बन जाती है। कैबिनेट मंत्री सुनील शर्मा ने कहा कि यह संस्था मानों ईश्वर का ही कार्य कर रही है। यहां से प्राप्त आध्यात्मिक ज्ञान का प्रकाश मन के अंधकार को समाप...