मुजफ्फर नगर, नवम्बर 21 -- तीर्थ नगरी शुकतीर्थ स्थित प्राचीन दंडी आश्रम में ब्रह्मलीन स्वामी गुरु देवेशवराश्रम महाराज के चतुर्थ निर्वाण महोत्सव पर आयोजित श्रीमद भागवत सप्ताह का गुरुवार को समापन हो गया। प्रयागराज से आए प्रसिद्ध कथा वाचक सर्वेशप्रपन्नाचार्य महाराज ने कहा कि संस्कार कोई किताबों से नहीं आते, बल्कि व्यवहार, अनुशासन और पारिवारिक वातावरण से विकसित होते हैं। जब परिवारों में एक साथ बैठकर भोजन करना, त्योहारों को साथ मनाना, बुजुर्गों का सम्मान करना जैसी परंपराएं कमजोर पड़ती हैं, तो बच्चे स्वाभाविक रूप से इन मूल्यों से दूर होते जाते हैं। बच्चों के साथ समय बिताएं, नकारात्मक कंटेंट से दूरी बनाएं। पहले जहां दादा-दादी, चाचा-चाची और बड़े-बुजुर्ग बच्चों को रोज़मर्रा की गतिविधियों में संस्कार सिखाते थे, वहीं अब अधिकांश परिवार न्यूक्लियर सिस्...
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