हापुड़, दिसम्बर 24 -- हापुड़। आर्य समाज हापुड़ के वार्षिकोत्सव-2025 के तहत बुधवार की सुबह वेद ज्ञान एवं आध्यात्मिक जागरण सम्मेलन का शुभारंभ विधिवत वैदिक यज्ञ के साथ हुआ। यज्ञ के ब्रह्मा पंडित धर्मेन्द्र शास्त्री रहे। मुख्य वक्ता आचार्य हरिशंकर अग्निहोत्री (आगरा) ने कहा कि संसार के समस्त ग्रंथ वेदों के पश्चात रचे गए हैं। यदि वेद-ज्ञान न होता तो न कोई आचार्य होता है और न ही मानव कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है। उन्होंने प्रतिपादित किया कि वेद मनुष्य मात्र को अपनाने वाला तथा समस्त प्राणियों के संरक्षण का आधारभूत विधान हैं। आचार्य ने आध्यात्मिक ज्ञान के तीन मूल आधार-त्रैतवाद (ईश्वर, जीव एवं प्रकृति), कर्मफल व्यवस्था तथा योग-साधना-को आत्मकल्याण के लिए अनिवार्य बताया। उन्होंने स्पष्ट किया कि शरीर भस्मान्त है, जबकि आत्मा न जन्म लेती है और न ही मरत...