बदायूं, नवम्बर 14 -- बदायूं, संवाददाता। मेडिकल कालेज सेफद हाथी बनकर रह गया। वर्तमान में और ज्यादा हालात खराब हैं। तीन महीने से आकस्मिक चिकित्सा विभाग की टीम मानव संसाधन व उपकरण सुधार करने की मांग कर रही है। मगर मेडिकल कालेज प्रशासन अनसुनी करता रहा। लिहाजा आकस्मिक चिकित्सा विभाग ने आईसीयू इमरजेंसी को बंद करके पत्र प्राचार्य व सीएमएस को जारी कर दिया है। जिसके बाद से मरीज परेशान हैं। राजकीय मेडिकल कालेज के आकस्मिक चिकित्सा विभाग ने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को पत्र लिखा। जिसमें कहा कि आकस्मिक चिकित्सा विभाग के इमररजेंसी आईसीयू को अभी तक संचालित नहीं किया जा सका है क्योंकि इमरजेंसी आईसीयू संचालक को मानव संसाधन (नर्सिंग स्टाफ, वार्ड ब्याय, स्वीपर) मांग के अनुकूल उपलब्ध नहीं हैं। किसी भी तरह अन्य जीवनरक्षार्थ उपकरण व सामग्रियां की उपलब्धता भी नहीं...