दरभंगा, जून 20 -- हर दिन सुबह छह से नौ बजे तक पोलो मैदान स्थित इंडोर स्टेडियम के पोर्टिको में दर्जनों युवक-युवतियां प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं। ये सभी आसपास के इलाकों से आते हैं। इनमें से अधिकतर के पास कोचिंग का खर्च उठाने की क्षमता नहीं है। न ही अतिरिक्त समय है। पहले ये युवा आदर्श मध्य विद्यालय के बरामदे में पढ़ाई करते थे। वहां से हटाए जाने के बाद अब स्टेडियम के पोर्टिको में जगह मिली है। यहां भी कब तक पढ़ाई कर पाएंगे, यह तय नहीं है। यह स्टेडियम की गतिविधियों और पदाधिकारियों के निर्णय पर निर्भर करता है। इन युवाओं का सपना सरकारी नौकरी पाना है। संसाधनों की कमी के बावजूद वे जुटे हुए हैं। उन्हें बस इतना चाहिए कि कुछ देर पढ़ाई पर चर्चा कर सकें। रिजनिंग का एक सेट बिना खर्च के हल कर सकें। सेल्फ स्टडी के डाउट को ग्रुप डिस्कशन से दूर क...