गुड़गांव, अक्टूबर 13 -- गुरुग्राम। उद्योग विहार में चल रहे चौथे अंतरराष्ट्रीय खेल अभियांत्रिकी सम्मेलन (आईसीएसई) के तीसरे दिन रविवार को ग्रामीण पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया। क्योंकि ये खेल ग्रामीण क्षेत्रों की प्रतिभाओं को सामने लाने, राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देने और देश की खेल अवसंरचना को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इन सम्मेलन के माध्यम से ग्रामीण खेलों की पहचान, संरक्षण और प्रचार के लिए अंतर्राष्ट्रीय मंच पर एक दृष्टिकोण प्रदान किया गया। देश-विदेश से आए वक्तओ ने कहा कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में प्रतिभाओं की पहचान करने और उन्हें विकसित करने के लिए तंत्र विकसित करेगा। पारंपरिक खेल जाति, धर्म और क्षेत्रीय बाधाओं को पार कर एकता और सामूहिकता की भावना को बढ़ावा देते हैं। शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों मे...