मुरादाबाद, मार्च 21 -- लेखा-जोखा 1985 में मुरादाबाद शहर सीट से कांग्रेस से विधायक बनीं थीं पुष्पा सिंघलथ 2002 में मुरादाबाद देहात से शमीमुल हक विधायक व 2009 में सांसद बने थे अजहरुद्दीन मुरादाबाद, वरिष्ठ संवाददाता। करीब चार दशक पहले केंद्र और यूपी में कांग्रेस का एकतरफा दबदबा था। 1980 व 1985 तक विधानसभा और लोकसभा चुनावों में कांग्रेस की तूती बोलती थी। 1989 के दौरान शुरु हुए मंडल कमीशन व मंदिर से उभरी हिन्दुत्व की राजनीति से भाजपा का उदय होता चला गया। जात-पात और धर्म में बंटी राजनीति से कांग्रेस के पांव उखड़ते चले गए। साढ़े तीन दशक की राजनीति में मुरादाबाद के हाथ बड़ी सफलता हाथ नहीं लगी। 1985 के विस चुनावों में मुरादाबाद की कई सीटों पर झंडा फहराने वाली कांग्रेस इसके बाद फिर कभी उभर नहीं सकीं। हालांकि 17 साल एक मौका आया। 2002 में मुरादाबाद द...