अमरोहा, नवम्बर 27 -- हकीम महताब उददीन हाशमी कॉलेज ऑफ लॉ में बुधवार को भारतीय संविधान के विशेष संदर्भ में संवैधानिक गतिशीलता विषय पर वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। निर्णायक मंडल में डॉ.राना परवीन, डॉ.मोहम्मद तारिक, मोहम्मद इफ्तिखार अली शामिल रहे। संवैधानिक गतिशीलता पर बोलत हुए विधि छात्रों ने कहा कि न्यायिक गतिशीलता में उच्चतम न्यायालय और उच्च न्यायालय की बड़ी भूमिका है। क्योंकि न्यायिक सक्रियता के माध्यम से ही अनुच्छेद 21 का विस्तार जीवन के अधिकार से प्रारंभ होकर मानव गरिमा के साथ जीने का अधिकार, चिकित्सीय सुविधा पाने का अधिकार, निशुल्क विधिक सहायता पाने का अधिकार, शीघ्र न्याय प्राप्त करने का अधिकार, छह से 14 वर्ष तक के बच्चों को निशुल्क एंव अनिवार्य शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार आदि विकसित हुए है। वही संसद ने अब तक 106 बार संशो...