रांची, अप्रैल 26 -- रांची, विशेष संवाददाता। बिरसा कृषि विश्वविद्यालय (बीएयू) के कुलपति डॉ एससी दुबे ने कहा कि पशुओं का इलाज संवेदना और सहानुभूति के साथ होना चाहिए। उन्होंने कहा कि पशु चिकित्सकों का दायित्व सिर्फ रोग प्रबंधन या नियंत्रण करना ही नहीं है, बल्कि पशुओं में रोग प्रतिरोधक क्षमता के विकास के लिए काम करना भी है। कुलपति ने ये बातें शनिवार को विश्व पशु चिकित्सा दिवस पर बीएयू के वेटनरी कॉलेज में आयोजित समारोह में कहीं। उन्होंने कहा कि पशु-पक्षी अपनी तकलीफ और वेदना का व्यक्त नहीं कर सकते, उसे लक्षणों के आधार पर समझना पड़ता है, इसलिए पशु चिकित्सकों का कार्य मानव के चिकित्सकों से ज्यादा कठिन और चुनौतीपूर्ण है। कार्यक्रम में निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ जगरनाथ उरांव, कुलसचिव डॉ शैलेश चट्टोपाध्याय व वक्तृत्व कला प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्र...