गया, मई 2 -- दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) में भारतीय संविधान को आकार देने में डॉ. आंबेडकर का दृष्टि और इसकी समकालीन प्रासंगिकता और भारत रत्न डॉ. बीआर आंबेडकर की जयंती का महत्व विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। सीयूएसबी के कुलपति प्रो. कामेश्वर नाथ सिंह ने कहा कि संविधान केवल एक दस्तावेज ही नहीं बल्कि विकास का एक पथ प्रदर्शक है। भारतीय संविधान हमारा विकास सतत हो, आर्थिक उन्नति हो, उसके लिए मार्ग प्रशस्त करता है। प्रो. मीणा केतन साहू, विभागाध्यक्ष, डिपार्टमेंट आफ लॉ, सम्बलपुर विश्वविद्यालय ने कहा कि संविधान मूल अधिकारों की रक्षा करता है। नए भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) कानून संविधान के आत्मा के अनुरूप आपराधिक न्याय के लिए अग्रसर है, बीएनएस महिलाओं एवं बच्चों के रक्षा के लिए समुचित प्रयास करता है। प्रो. आदेश कुमार मौर्य,...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.