जमशेदपुर, जनवरी 28 -- संविधान के 75 साल बाद भी देशभर में इसे लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है, जो दुखद है। राजनीतिक दल अपने स्तर पर संविधान की चर्चा कर रहे हैं। गणतंत्र दिवस पर बिष्टूपुर स्थित आवासीय कार्यालय और बारीडीह कार्यालय में ध्वजारोहण के बाद विधायक सरयू राय ने ये बातें कहीं। सरयू राय ने कहा कि हमारा संविधान लचीला है। हम इसमें देश, काल और परिस्थिति के अनुसार परिवर्तन कर सकते हैं। संविधान की मूल भावना, जो उसकी प्रस्तावना है, उसमें बदलाव नहीं किया जा सकता। राजनीतिक दल संविधान की समीक्षा के बजाए आलोचना में लगे हुए हैं। भारत में आज भी ऐसे स्वार्थी तत्व हैं, जो भारत को एकजुट होकर आगे बढ़ने की दिशा में काम नहीं करना चाहते हैं। आज भारत की सीमाओं के साथ-साथ देश के अंदर भी कम संकट नहीं है। संविधान के मार्ग पर चलकर भारत महाशक्ति बना : स...