रांची, अगस्त 31 -- मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पिछले वर्ष हुई गिरफ्तारी संवैधानिक मानदंडों का उल्लंघन और उनकी व्यक्तिगत गरिमा पर सीधा आघात था। इस प्रक्रिया में शामिल सभी संवैधानिक प्राधिकार इसके लिए जिम्मेदार हैं। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में हेमंत सोरेन पर लगे सारे आरोपों को असत्य और काल्पनिक करार दिया। लेकिन, इन आरोपों के चलते हेमंत सोरेन की व्यक्तिगत प्रतिष्ठा का जो नुकसान हुआ, उसकी जवाबदेही किसकी होगी। जब तक जवाबदेही तय नहीं होगी, तब तक लोकतंत्र का कोई मतलब नहीं। ये बातें उपराष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी ने शनिवार को कही। सीएम आवास में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए रेड्डी ने झामुमो और कांग्रेस के सांसदों से मुलाकात कर...