प्रयागराज, मार्च 27 -- सत्य प्रकाश मिश्र साहित्य संस्थान इलाहाबाद की ओर से गुरुवार को अंजुमन रूह ए अदब के सभागार में 18वां सत्य प्रकाश मिश्र स्मृति व्याख्यान का आयोजन किया गया। प्रख्यात दलित चिंतक व लेखक कंवल भारती ने व्याख्यान के अंतर्गत संविधान, संविधानवाद और डॉ. भीमराव अंबेडकर विषय पर बतौर मुख्य वक्ता अपनी बातें रखी। दलित चिंतक ने कहा कि वास्तव में यह विषय न्यायविद और विधिवेत्ता का है। जैसे समाजवाद ये बताता है कि समाज कैसा होना चाहिए वैसे ही संविधानवाद ये बताता है कि संविधान कैसा होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हिन्दू कहता तो है कि सब मनुष्य बराबर है पर आगे कहता है कि कोई ब्रह्मा के मुख से हुआ कोई पैर से। जिस संविधानवाद का संबंध लोकतंत्र से है, वह भारत में 19वीं और 20वीं सदी में आया यानि उसका संबंध औपनिवेशिक भारत से है। अंबेडकर ने गोलमेज स...