संभल, फरवरी 25 -- बहजोई। बढ़ती महंगाई और अन्य खर्चों के बीच संविदा पर तैनात कर्मचारी अपने फिक्स वेतन में तालमेल नहीं बना पा रहे हैं। कर्मचारियों को घर चलाना मुश्किल हो रहा है। संविदा कर्मियों को घर चलाने के लिए कर्ज तक का सहारा लेना पड़ता है। बाद में कर्मचारी उसी कर्ज को न चुका पाने के हालात में गरीबी का शिकार हो रहे हैं। लंबे समय से समान कार्य समान वेतन समेत महंगाई भत्ता, कैशलेस उपचार व सेवाकाल में मृतक कर्मचारियों के आश्रित को नौकरी दिए जाने की मांग कर्मचारियों की ओर से की जा रही है। विभिन्न विभागों में तैनाती के समय कर्मचारी संविदा की शर्तों के मुताबिक एक फिक्स वेतन पर काम करने को मजबूर हैं। परिवार की जिम्मेदारी और काम के बोझ के बीच संविदा कर्मचारी दबी जुवान से विभागों के स्थायी कर्मचारियों की भांति समान कार्य के लिए समान वेतन, मानदेय वि...