लखनऊ, अप्रैल 28 -- लखनऊ, विशेष संवाददाता पहलगाम घटना की वजह से स्थगित बिजली कर्मचारियों का आंदोलन सोमवार से फिर शुरू हो गया। संविदा कर्मचारियों के निष्कासन, फेशियल अटेंडेंस और बिजली कर्मचारियों के घरों पर स्मार्ट मीटर लगाने के फैसलों पर कर्मचारियों ने आक्रोश जताया और विरोध प्रदर्शन किया। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने ज्ञापन दो अभियान जारी रखा और एक मई को होने वाली बाइक रैली की तैयारी बैठक भी की। संघर्ष समिति के संयोजक शैलेंद्र दुबे ने आरोप लगाया कि निजीकरण की प्रक्रिया में निजी घरानों की मदद के लिए बड़े पैमाने पर संविदा कर्मचारियों की छंटनी की जा रही है। उन्होंने बताया कि मध्यांचल विद्युत वितरण निगम व अन्य जगहों पर संविदा कर्मचारियों ने इसका विरोध किया। मध्यांचल के प्रबंध निदेशक को ज्ञापन देकर संघर्ष समिति ने चेतावनी दी है कि अ...