रुद्रपुर, सितम्बर 19 -- पंतनगर, संवाददाता। उत्तराखंड में संरक्षित पुष्प उत्पादन को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय और एकीकृत बागवानी विकास मिशन की परियोजना के तहत ग्राम अणां, गरुड़ बागेश्वर में किसानों को प्रशिक्षण दिया गया। परियोजना अधिकारी डॉ. वीके राव ने गुलाब, जरबेरा और लिलियम की संरक्षित खेती तकनीक पर जानकारी दी। डॉ. अजीत कपूर ने गुलदाउदी, ग्लैडियोलस और रजनीगंधा की उन्नत पद्धतियां बताईं। वहीं डॉ. केपी सिंह ने पुष्प फसलों में रोग एवं कीट प्रबंधन पर चर्चा की। उन्होंने जड़ सड़न और उकटा रोग से बचाव के लिए एज़ॉक्सीस्ट्रोबिन और प्रोपिकोनाजोल घोल से ड्रेन्च करने तथा ब्लाइट व झुलसा रोगों से बचाव के लिए ट्राइफ्लोक्सीस्ट्रोबिन व टेबुकोनाजोल (0.10%) घोल का 15-20 दिन के अंतराल पर दो बार छिड़का...