संभल, जनवरी 30 -- संभल हिंसा की जांच के लिए गठित न्यायिक आयोग ने गुरुवार को तीसरी बार सांभल जिले का दौरा किया और उन सरकारी कर्मचारियों के बयान दर्ज किए जो 24 नवम्बर 2024 को शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा के समय ड्यूटी पर थे, जिसमें चार लोगों की जान चली गई थी।इस बीच, 1978 के सांभल दंगों के पीड़ितों ने न्याय की मांग करते हुए इंस्पेक्शन भवन के बाहर विरोध प्रदर्शन किया, जहां न्यायिक आयोग की बैठक चल रही थी। वे आयोग के सदस्य से मिलना चाहते थे, लेकिन वहां तैनात पुलिस बल ने उन्हें अंदर जाने की अनुमति नहीं दी। साल 1978, 1986 और 1992 में हुए दंगों के पीड़ितों ने उन वारदात की जांच के लिये न्यायिक आयोग गठित करने की मांग करते हुए गुरुवार को इस सिलसिले में एसडीएम को एक ज्ञापन दिया। संभल में पिछले साल 24 नवंबर को जामा मस्जिद के सर्वे के दौ...