संभल, अगस्त 11 -- वृंदावन की पवित्र भूमि पर रविवार को एएसपी अनुज चौधरी ने संत प्रेमानंद महाराज से मिलकर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। कानून, न्याय और नैतिक दायित्व से जुड़े जटिल प्रश्नों पर मार्गदर्शन भी प्राप्त किया। इस वार्तालाप ने न केवल एक पुलिस अधिकारी की चिंता को उजागर किया, बल्कि संत के उत्तरों ने भी न्याय के गूढ़ स्वरूप को सरल और गहन तरीके से प्रस्तुत किया। एएसपी अनुज चौधरी ने संत प्रेमानंद महाराज से प्रश्न पूछा कि "जब किसी केस में वादी पक्ष यह कहता है कि उसके बेटे की हत्या की गई है, लेकिन कोई स्पष्ट साक्ष्य नहीं होता, और आरोपी कहता है कि वह घटनास्थल पर था ही नहीं ऐसे में क्या किया जाए? यदि पुलिस आरोपी को छोड़ देती है तो उस पर लापरवाही या पक्षपात का आरोप लगता है, और अगर साक्ष्य के अभाव में कार्यवाही की जाती है तो यह भी अनुचित प्रतीत...