नई दिल्ली, सितम्बर 29 -- नई दिल्ली, प्रमुख संवाददाता। मानसून की वापसी के साथ ही पंजाब और उत्तर प्रदेश में पराली जलाने के मामलों में तेजी आ गई है। बीते 15 दिनों में इसकी सवा सौ से ज्यादा घटनाएं सामने आई हैं। माना जा रहा है कि सप्ताह भर में पराली के धुएं का असर दिल्ली की हवा पर देखने को मिल सकता है। दिल्ली समेत इस बार पूरे उत्तर भारत से मानसून समय से थोड़ा पहले विदा हो गया है। इसके साथ ही पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश में धान की फसल कटने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। फसल कटने के बाद बचे अवशेषों को किसान खेत में ही जला देते हैं। इस कारण दिल्ली-एनसीआर की हवा में प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है। इसे देखते हुए हर साल ही पराली जलाने की रोकथाम के लिए तमाम कदम उठाए जाते हैं, लेकिन ऐसा लग रहा है कि इन उपायों का पर्याप्त असर नहीं पड़ रहा है। कंसोर्टियम फ...