नई दिल्ली, अक्टूबर 3 -- नई दिल्ली, प्रमुख संवाददाता। पराली जलाने की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग का रुख सख्त हो गया है। आयोग ने शुक्रवार को जारी निर्देशों में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं। मानसून की वापसी के बाद जैसे-जैसे सर्दी के दिन नजदीक आने लगते हैं, दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में प्रदूषण का खतरा मंडराने लगता है। खासतौर से पंजाब और हरियाणा के खेतों में धान की फसल काटने के बाद उसके बचे-खुचे हिस्से को खेत में ही जला देने की प्रवृत्ति रही है। बड़े पैमाने पर लगाई जाने वाली इस आग का धुआं पूरे उत्तर भारत को परेशान करता है। हाल ही में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने पंजाब और हरियाणा सरकार के अधिकारियों के साथ अलग-अलग बैठक कर समीक्षा की थी। इसमें उड़नदस्ते और रात्रि गश्त जैसे उप...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.