रांची, जुलाई 9 -- रांची, वरीय संवाददाता। संत अलबर्ट थियोलॉजिकल कॉलेज में बुधवार को एकेडमिक सत्र 2025-26 की शुरुआत हुई। आर्च बिशप सह कॉलेज के चांसलर विसेंट आइंद ने कहा कि यदि हममें ईश्वर के लिए प्यास नहीं है, तो हम आध्यात्मिक रूप से विकसित नहीं हो सकते। उन्होंने कहा कि यहां व्याख्यान और कक्षाएं निर्धारित रूप से होंगी। बिशप विनय कंडुलना ने कहा कि यह नए एकेडमिक सत्र की शुरुआत है। शिक्षा के क्षेत्र में बहुत से आयाम और संकाय हैं, लेकिन उसका मूल आधार आध्यात्मिक व जीवन निर्माण होना चाहिए। फादर फ्रांसिस मिंज ने आदिवासी समाज से जुड़े मुद्दों व चुनौतियों पर प्रकाश डाला। फादर सुमन कुमार एक्का ने उपलब्धियों के बारे विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान ईशशास्त्र स्नातक के 23, ईशशास्त्र स्नाकोत्तर के 23, दर्शनशास्त्र स्नातक के 25 व दर्शनशास्त्र डिप्लोमा के ...