रामपुर, मार्च 1 -- श्री मद भागवत कथा समिति के तत्वाधान में आयोजित श्री मद भागवत कथा के पांचवे दिवस की कथा में व्यास जी मुमुक्षु कृष्ण शास्त्री ने भक्तों को बताया कि असुरों के संघार और संतों की रक्षा के लिए इस पृथ्वी पर समय-समय पर अवतार लेते रहते है भगवान। कपिल भगवान ध्रुव भक्त प्रहलाद के चरित्र का वर्णन करते हुए बताया कि हिरण्यकश्यप द्वारा प्रहलाद को अनेक यातनाए दी गई,लेकिन फिर भी प्रहलाद ने भगवान की भक्ति नहीं छोड़ी। प्रहलाद की रक्षा के लिए भगवान ने हिरण्यकश्यप को मारने के लिए नरसिंह भगवान का अवतार लिया। व्यास जी ने कृष्ण भगवान की माटी लीला का वर्णन करते हुए बताया कि माटी लीला करते हुए यशोदा माता को अपने मुख में ब्राहमांड के दर्शन कराए,माता यशोदा जब डर गई तब कृष्ण ने बाल रूप धारण कर लिया। मूसल लीला करते हुए बकासुर अधासुर जैसे राक्षसों का ...