चतरा, सितम्बर 16 -- इटखोरी, प्रतिनिधि। संतान की लंबी आयु के लिए किया जाने वाला जिउतिया पर्व सोमवार को पारण के साथ संपन्न हो गया। आश्विन माह कृष्ण पक्ष की सप्तमी से नवमी तिथि तक जिउतिया पर्व मनाया जाता है। इस तीन दिवसीय व्रत में पहले दिन नहाय-खाय के साथ व्रत की शुरुआत हुई। शनिवार को माताएं निर्जला व्रत रखी रात में पूजा-अर्चना की। तीसरे दिन सोमवार को सुबह पारण के साथ पर्व संपन्न हो गया। भद्रकाली मंदिर पुजारी विवेक पांडेय ने बताया कि इस दिन माताएं विशेषकर पुत्रों के दीर्घ, आरोग्य और सुखमय जीवन के लिए व्रत रखती हैं। इस पर्व में जिउतिया गूंथवाने के साथ मड़ुआ का आटा, नोनी का साग, सतपुतिया, झींगी, कंदा, मकई, खीरा आदि का काफी महत्व होता है। महिलाएं जिउतिया का धागा गूंथवा कर पहनती हैं।

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