जमशेदपुर, अक्टूबर 12 -- अहोई अष्टमी का व्रत कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर रखा जाता है। इस दिन महिलाएं संतान की दीर्घायु के लिए निर्जला उपवास रखती हैं। माताएं अपनी संतान की लंबी आयु और उनकी रक्षा और तरक्की के लिए अहोई अष्टमी का व्रत 13 अक्तूबर को रखेंगी। इस वर्ष अहोई अष्टमी पर बहुत ही दुर्लभ संयोग बन रहा ह, जो बहुत ही शुभ रहने वाला है। ज्योतिषाचार्य संतोष त्रिपाठी ने बताया कि इस बार अहोई अष्टमी पर शुभ सहयोग बना रहा है, जो बहुत फलदायी है। पंचांग के मुताबिक, अहोई अष्टमी कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को है। इस बार यह तिथि 13 अक्तूबर की देर रात 12.24 बजे से शुरू होगी। इसका समापन 14 अक्तूबर को सुबह 11.09 बजे है। उन्होंने बताया कि इस बार अहोई अष्टमी पर चार शुभ योग बन रहे हैं। उस दिन रवि योग, परिघ योग, शिव योग और पुनर्वसु...