बक्सर, सितम्बर 8 -- पेज 4 का बॉटम.., 3 सितंबर को नहाय-खाय के साथ शुरू होगा व्रत 15 सितंबर की सुबह 6.26 बजे के बाद पारण का मुहूर्त फोटो संख्या-11, कैप्सन- डुमरांव बाजार में जीउतियां की खरीददारी करतीं महिलाएं। डुमरांव, संवाद सूत्र। संतान के दीर्घायु होने और उनके स्वस्थ जीवन की मंगलमय कामना को लेकर जिउतिया (जीवित्पुत्रिका) व्रत रखा जाता है। यह व्रत अश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस साल 14 सितंबर को जिउतिया व्रत मनाया जाएगा। इसे लेकर बाजारों में चहल-पहल बढ़ गई हैं। महिलाएं संतान के नाम पर सोने-चांदी के अलावा रेशम के धागे से बने जिउतिया की खरीदारी शुरू कर दी है। व्रत की शुरुआत सप्तमी तिथि को नहाय-खाय के साथ होगी और नवमी तिथि को पारण के साथ समापन होगा। महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं। यह अत्यंत कठिन व्रतों में माना जाता ...