रांची, सितम्बर 14 -- तोरपा, प्रतिनिधि। अश्विन माह कृष्ण पक्ष की अष्टमी को माताओं ने संतान की लंबी आयु व खुशहाली के लिए निर्जला उपवास रहकर जिउतिया व्रत किया। तोरपा के विभिन्न मंदिरों में महिलाओं ने सामुहिक रूप से जिउतिया पूजा किया। स्नान कर महिलाएं हाथों में पूजा की थाली लेकर मंदिर पहुंची। विधि विधान के साथ जिउतिया पूजा किया। संतान की लंबी आयु व खुशहाली की कामना की। जीतवाहन की कथा सुनी। व्रती महिलाएं सोमवार को पारण करेगीं। पुरोहित अनिल मिश्र ने बताया कि हिन्दु धर्म में जीवित्पुत्रिका व्रत का विशेष महत्व है। इस व्रत को जितिया व जिउतिया व्रत के नाम से भी जानते हैं। यह व्रत हर साल आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। यह कठिन व्रत है। व्रती महिलाएं निर्जला उपवास पर रहती हैं। मान्यताओं के अनुसार संतान के लिए किया गया यह व्र...