महोबा, अक्टूबर 10 -- महोबा, संवाददाता। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सौ साल पूरे होने पर स्वयंसेवकों के द्वारा पथ संचलन किया गया। आरएसएस के जिला प्रचारक सौरभ ने कहा कि संघ की शताब्दी हिंदुत्व की शताब्दी है। गुरुवार को दोपहर को स्वयंसेवक सरस्वती विद्या मंदिर में एकत्र हुए। जहां जिला प्रचारक आरएसएस सौरभ ने कहा कि विजयदशमी में प्रभू राम ने समाज को साथ लेकर रावण का अंत किया था। समरस समाज को बनाने के लिए शबरी के झूठे बेर खाएं और निषाद राज से मित्रता की। कहा कि हिन्दुओं में स्वाभिमान भाव पैदा करने के लिए 27 सितंबर 1925 को डॉ हेडगेवार ने संघ की स्थापना की थी। 17 अप्रैल 2025 को संघ को आरएसएस नाम दिया गया। स्वयंसेवकों ने गोवा राज्य को स्वतंत्र कर भारत विलय में अहम भूमिका निभाने का काम किया था। पथ संचलन में जगह-जगह महिलाओं और बहनों ने पुष्प वर्षा की।...