मिर्जापुर, मई 12 -- मिर्जापुर,संवाददाता। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम एवं दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के विरोध में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति और पॉवर कारपोरेशन के चेयरमैन के मध्य सोमवार को होने वाली बहुप्रतीक्षित वार्ता पर सभी निगाहें टिकीं हैं। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने कहा है कि वार्ता के पहले समुचित वातावरण बनाने के लिए पॉवर कारपोरशन प्रबंधन को निजीकरण के विरोध में चल रहे आंदोलन के चलते की गई समस्त उत्पीड़नात्मक कार्यवाहियां वापस लेनी चाहिए। संघर्ष समिति के संयोजक इंजीनियर दीपक सिंह,सह संयोजक राजेश गौतम का आरोप है कि पूर्वांचल एवं दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के 42 जनपदों के निजीकरण के एकतरफा फैसले के विरोध में बिजली कर्मचारी, संविदाकर्मी और अभियंता विगत पांच माह से अधिक समय से लोकतांत्रिक ढंग से ...