लखनऊ, सितम्बर 26 -- लखनऊ, विशेष संवाददाता विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने शुक्रवार को पूर्वांचल और दक्षिणांचल के निजीकरण की प्रक्रिया में गुपचुप तेजी की आशंका जताई है। संघर्ष समिति ने सभी अभियंताओं को और कर्मचारियों को सचेत किया है कि वे आंदोलन के लिए तैयार रहें। निजीकरण का टेंडर जारी होते ही जेल भरो आंदोलन शुरू होगा। संघर्ष समिति के संयोजक शैलेंद्र दुबे ने कहा कि निजीकरण का टेंडर जारी होते ही अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार और सामूहिक जेल भरो आंदोलन शुरू होगा। सभी इसकी व्यापक तैयारी रखें। उन्होंने एक बार फिर नियामक आयोग से निजीकरण के प्रस्तावित मसौदे को मंजूरी न देने और इस पर कर्मचारियों से जुड़े मसले पर अपना पक्ष रखने के लिए समय दें। संघर्ष समिति ने कहा कि निजीकरण से लगभग 50 हजार संविदा कर्मियों की छंटनी हो जाएगी और लगभग 16 हजार 5...