आजमगढ़, जून 1 -- आजमगढ़, संवाददाता। महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय परिसर के प्रशासनिक भवन में स्थित सभागार में शनिवार को लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की जयंती कुलपति प्रोफेसर संजीव कुमार की अध्यक्षता में धूमधाम से मनाई गई। इस दौरान वक्ताओं ने अहिल्याबाई होल्कर के जीवन परिचय तथा योगदान के बारे में प्रकाश डाला। कुलपति प्रोफेसर संजीव कुमार ने कहा कि राजमाता अहिल्याबाई होल्कर के जीवन में एक दो बार नहीं बल्कि बार-बार समस्याएं खड़ी हुईं। प्रकृति ने कई बार तो समस्याओं का अंबार खड़ा कर दिया, लेकिन उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। ऐसा नहीं है कि उनके अंदर स्नेह, प्यार कम था, लेकिन इन सबको दरकिनार कर उन्होंने कर्तव्य पथ पर चलने का प्रण किया। उन्होंने कहा कि 18वीं सदी के तृतीय दशक में महाराष्ट्र में जन्मीं अहिल्याबाई ने शादी के बाद अपना कर्म क्षेत्र इं...