बेगुसराय, मई 17 -- बेगूसराय,हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। जिले की ऐतिहासिक व सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने के उद्देश्य से वर्ष 1981 में स्थापित बेगूसराय संग्रहालय आज विभागीय उपेक्षा का शिकार है। लोहियानगर स्थित यह संग्रहालय जिले और आसपास के क्षेत्रों से प्राप्त हजारों की संख्या में ऐतिहासिक और पुरातात्विक महत्व की वस्तुओं को समेटे हुए है, जिसमें नवग्रह पैनल, प्रस्तर मूर्तियां, मृण मूर्तियां, मोहरें, मनके, लिंग-अरधा, स्तूप, तालपत्र, हस्तलिखित ग्रंथ और पंचमार्क सिक्कों से लेकर तुगलककालीन और पालकालीन सिक्कों तक का विशाल संग्रह शामिल है। बावजूद इसके, जिले की बड़ी आबादी को इसकी जानकारी तक नहीं है क्योंकि इसका न तो समुचित प्रचार-प्रसार हुआ है और न ही इसका सौंदर्यीकरण हो सका है, जिससे यह दर्शकों को अपनी ओर आकर्षित करने में असफल रहा है। संग्रहालय म...