प्रयागराज, दिसम्बर 29 -- प्रयागराज। एसकेआर योग एवं रेकी शोध प्रशिक्षण और प्राकृतिक संस्थान की ओर से रविवार को राजरूपपुर में संगोष्ठी आयोजित की गयी। इस अवसर पर रेकी विशेषज्ञ सतीश राय ने प्राकृतिक उपचार के रूप में सूर्य चिकित्सा, मंत्र चिकित्सा, अग्नि चिकित्सा, वायु चिकित्सा और जल चिकित्सा के साथ-साथ स्पर्श चिकित्सा का भी उल्लेख मिलता है। स्पर्श चिकित्सा हमारे ऋषि मुनियों की धरोहर है। स्पर्श चिकित्सा सबसे सस्ती सरल और दुष्प्रभाव रहित चिकित्सा पद्धति और पूर्णतया अनुकूल है। बिना किसी खर्च के प्राण ऊर्जा के माध्यम से दर्द व मानसिक को दूर करने की इसमें शक्ति मौजूद है। घुटनों का दर्द, कमर दर्द, पैर दर्द और अनिद्रा से परेशान लोगों को स्पर्श शक्ति उपचार से फायदा होता है। डॉ. अरविंद कुमार लोधी ने विचार व्यक्त किए।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से ...