बेगुसराय, जून 20 -- बेगूसराय, हमारे प्रतिनिधि। अविभावक को चाहिए कि बच्चों को सांस्कृतिक गतिविधियों में शामिल करें। क्योंकि मोबाइल के कारण बच्चों की संवेदनाएं भावविहीन हो रही हैं। पढ़ाई के साथ संगीत, नृत्य और रंगमंच के जुड़ाव से उनका भविष्य भी उज्ज्वल होगा। दिनकर कला भवन परिसर में आठ दिवसीय समर कैंप सह रंग कार्यशाला के समापन समारोह में शुक्रवार को मुख्य अतिथि नृत्यगुरु आचार्य सुदामा गोस्वामी ने ये बातें कहीं। कैंप डायरेक्टर सह प्रशिक्षक परवेज़ यूसुफ़ ने कहा कि वर्तमान समय में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ तकनीकी कौशल व क्रिएटिव एक्टिविटी बच्चों और युवाओं को उनके मंजिल तक पहुंचाएगी। हमारा शरीर और हमारी आवाज़ हमारे लिए टूल्स की तरह है। उसे अभ्यास के द्वारा निखार कर प्रभावशाली बनाया जाता है। कार्यशाला समापन के अवसर पर प्रतिभागियों ने नाटक- शिक्...