प्रयागराज, नवम्बर 7 -- गुलाबी ठंड की दस्तक के साथ ही संगम तट पर विदेशी मेहमानों का डेरा लग गया है। रूस के साइबेरिया से हजारों किमी का लंबा सफर तय कर आए प्रवासी पक्षियों ने संगम तट की रौनक बढ़ा दी। पक्षियों की चहचहाहट और जलक्रीड़ा से पूरा इलाका जीवंत हो उठा है। हर साल नवंबर के महीने में साइबेरिया और उत्तरी देशों से ये पक्षी भारत का रुख करते हैं। लगभग 14,620 किलोमीटर की दूरी तय करके ये संगम तट तक पहुंचते हैं। रास्ते की कठिनाइयों और विपरीत मौसम के बावजूद इनका झुंड सुरक्षित यहां तक पहुंचता है। सर्दी की शुरुआत से लेकर फरवरी के अंत तक संगम तट इन प्रवासी पक्षियों का अस्थायी घर बन जाता है। मार्च के आसपास ये अपने मूल निवास साइबेरिया लौट जाते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि अक्तूबर के महीने से साइबेरिया और उत्तरी देशों में बर्फ जम जाती है जिसके कारण ...