वाराणसी, दिसम्बर 12 -- वाराणसी, मुख्य संवाददाता। काशी के पारंपिरक शिल्प कांच के मनकों और खिलौनों में रचा बसा कला संसार दक्षिण भरतीय मेहमानों को खूब आकर्षित कर रहा है। काशी तमिल संगमम के अंतर्गत नमो घाट पर लगाई गई प्रदर्शनी में इन्हें बनते हुए देखना भी किसी रोचक अनुभव से कम नहीं है। जीआई टैग मिलने के बाद इन कलाकृतियों की पहुंच देश के सुदूर प्रांतों तक हो गई है। प्रदर्शनी के लगे स्टॉल नंबर 11 पर यह कलाकारी बाबूलाल दिखा रहे हैं। तमिलनाडु से आ रहे मेहमान कांच से बने खिलौनों और मनकों को देखकर मुग्ध हुए। वे न केवल इन्हें बनते हुए देखने में दिलचस्पी ले रहे हैं, बल्कि बड़ी संख्या में खरीद भी रहे हैं। बाबूलाल के चेहरे की मुस्कान उनकी कला की सफलता की कहानी खुद बयां करती है। काशी का कांच शिल्प भारत की भौगोलिक विशेष पहचान प्राप्त कलाओं में से एक है। ...