आरा, फरवरी 15 -- आरा। निज प्रतिनिधि स्थानीय महाजन टोली स्थित ठाकुरबाड़ी में आयोजित साप्ताहिक संगीत सभा में कथक नर्तक बक्शी विकास ने जख्मी पैर से भी घंटों कथक प्रस्तुत किया। बक्शी विकास ने पारंपरिक कथक के साथ तिहाइयों में अपने प्रदर्शन से दर्शकों को आनंदित किया। श्रोताओं के बीच वेलेन्टाइन स्पेशल तिहाई ने समां बांधा। इस तिहाई के माध्यम से विकास ने प्रेमी व प्रेमिका की नोकझोंक की मनोहारी प्रस्तुति की। बता दें कि बक्सी विकास का पैर एक दुर्घटना में जख्मी हो गया था। समापन में विकास ने एकताल में निबद्ध राग बसंत की भोजपुरी होली घईला मोरा काहे ढुलकईल बोल श्याम प्रस्तुत कर शास्त्रीय व लोक शैली के अंतर संबंधों की व्याख्या की। हारमोनियम पर अजीत पांडेय व तबले पर सूरज कांत पांडेय ने बखूबी संगत किया। मंच संचालन स्नेहा पांडेय व धन्यवाद ज्ञापन सुशील कुमार...