शामली, जून 1 -- श्री 1008 पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र जलालाबाद में आज श्रुत पंचमी पर्व बडे ही हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया। प्रातः भगवान पार्श्वनाथ का अभिषेक व शान्तीधारा की गई। इसके बाद विधि विधान से भगवान पार्श्वनाथ व भगवान महावीर स्वामी की पूजा की गई। इस अवसर पर मन्दिर के पं0 सनत जैन ने श्रुत पंचमी के बारे विस्तार से बताया कि यह पर्व प्रतिवर्ष ज्येष्ठ शुक्ला पंचमी को जैन समाज में श्रुत पंचमी पर्व मनाया जाता है। इस पर्व के पीछे एक इतिहास है श्री वर्धमान जिनेन्द्र के मुख से श्री इन्द्रभूति ( गौतम) गणधर ने श्रुत को धारण किया। उनसे सुधर्माचार्य ने और उनसे जम्बू स्वामी नामक अंतिम केवली ने ग्रहण किया। भगवान महावीर के निर्वाण के बाद इनका का 62 वर्ष है। श्रुत पंचमी के शुभ अवसर पर भक्तामर दीर्पाचन पाठ किया गया जिसके पुर्ण्याजक निपुण जै...