बेगुसराय, जुलाई 10 -- बखरी, निज संवाददाता। श्री विश्वबंधु पुस्तकालय का गौरवशाली अतीत रहा है। सात दशक बाद भी यह संस्था लगातार आयोजित किये जा रहे शैक्षणिक व साहित्यिक गतिविधियों से जीवंत बना हुआ। पुस्तकालय परिसर के आस पास ही मंदिर,तालाब और शैक्षणिक संस्थानों के होने से इसकी विशेषता और अधिक बढ़ जाती है। ये बातें एसडीएम सन्नी कुमार सौरव ने गुरुवार को कहीं। मौका था क्षेत्र की प्रसिद्ध साहित्यिक बौद्धिक संस्था श्री विश्वबंधु पुस्तकालय का 69वां वार्षिकोत्सव समारोह पखवारा का। उन्होंने कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर किया। पुस्तकालय के पूर्व अध्यक्ष सिधेश आर्य ने पोखर को पुस्तकालय की आर्थिक रीढ़ बताते हुए बुडको द्वारा कार्य में बरती जा रही लापरवाही पर एसडीएम का ध्यान आकृष्ट कराया। वहीं, तालाब के पूर्वी मोहार पर स्मैकर्स सहित असामाजिक तत्वों ...