गंगापार, अक्टूबर 17 -- परसरा बसंती गांव में जय मां शारदा रामलीला नाट्य समिति के बैनर तले चल रही राम लीला मंचन में गुरुवार की रात्रि बालि वध और लंकादहन लीला का मंचन किया गया । पंचवटी से सीता जी का अपहरण होने के बाद श्रीराम अपने भाई लक्ष्मण के साथ सीता जी की खोज करते शबरी के आश्रम पहुंचे जहां शबरी की भक्ति देख भगवान उसे नवधा भक्ति का ज्ञान दिया। शबरी ने श्री राम को बताया कि वह ऋष्यमूक पर्वत पर जाए वहां सुग्रीव से मित्रता करें वहीं उनकी मदद करेंगे। श्री राम अनुज के साथ ऋष्यमूक पर्वत के पास पहुंचे तो सुग्रीव भयातुर हो गया और हनुमान जी को दोनों तपस्वियों का परिचय करने के लिए भेजा। हनुमान जी विप्र का रूप धारण कर श्री राम के पास पहुंचे और दोनों के बीच परिचय रूपी संवाद हुआ जब हनुमान जी ने पहचान लिया तो चरणों में पड़ गए और दोनों को कंधों पर बैठाकर...