हापुड़, अक्टूबर 12 -- सेवा भारती के तत्वावधान में विगत ग्यारह वर्ष से अनवरत संचालित श्री रामचरित मानस के तृतीय सत्र का 140 वां साप्ताहिक पाठ रविवार को आकाश कुमार सैनी के यहां पर किया गया । कथाव्यास रामकेश सिंह ने कहा कि राजकुमार भरत मुनि वशिष्ठ , तीनों माता एवं अयोध्या वासियों के साथ चित्रकूट पहुंचे तो भरत ने कहा कि समस्त अयोध्या वासियों के कष्ट का कारण मैं हूं ना । मैं होता तो ना मेरे प्रभु श्री राम को वनवास जाना होता । सेवा भारती के मंत्री अखिलेश मित्तल ने कहा कि सेवा भारती राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का एक प्रकल्प है । समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को अपने समकक्ष लाना इसका उद्देश्य है। सेवा भारती के अध्यक्ष सुधीर गोयल ने बताया कि यजमान आकाश कुमार सैनी, इन्द्र जीत सिंह, अमित सैनी,कृष्ण कुमार शर्मा, जगदीश प्रसाद, सीताराम, हीरा लाल, पर...