देहरादून, जुलाई 18 -- श्री महंत इंदिरेश अस्पताल ने मस्तिष्क में खून का थक्का जमने से जुड़ी क्रोनिक सबड्यूरल हेमेटोमा बीमारी में अत्याधुनिक तकनीक से इलाज किया है। अस्पताल के न्यूरोसर्जरी विभागध्यक्ष डॉ.महेश रमोला के नेतृत्व में अस्पताल की टीम ने दो मरीजों पर मिडिल मेनिंजियल आर्टरी एम्बोलाइजेशन तकनीक का इस्तेमाल किया। डॉ. रमोला ने बताया कि आमतौर पर इस बीमारी पर सिर की हड्डी को काटकर सर्जरी करनी पड़ती है। नई तकनीक में सिर में चीरा नहीं लगाना पड़ता। कैथेटर या सुई की मदद से दवा डाली जाती है। इससे खून के रिसाव को रोकने में मदद मिलती है, साथ ही दोबारा थक्का जमने की संभावना भी काफी कम रहती है। टीम में डॉ. महेश रमोला के साथ डॉ. शिव करण गिल, रितिश गर्ग, डॉ. निशित गोविल, डॉ. हरिओम खंडेलवाल, डॉ. दिविज ध्यानी, अनुज राणा, भुवन, विपेन, मनीष भट्ट, मुकुल ...