लातेहार, सितम्बर 24 -- चंदवा, प्रतिनिधि। प्रखंड में आजादी के पूर्व वर्ष 1935 से मुख्य शहर स्थित श्री दुबेजी का गोला में होने वाली दुर्गा पूजा चंदवा में सबसे पुरानी है। जिसकी शुरुआत स्व़ रामचंद्र दुबे, स्व. भरत दुबे, स्व़ शत्रुघन दुबे, विश्वम्भर दुबे, स्व़ शिवव्रत दुबे, स्व़ बालानाथ पांडेय व अन्य लोगों ने प्रतिमा स्थापित कर मां दुर्गे की पूजा अर्चना शुरू की थी । जिसे वर्ष 2016 में सार्वजनिक दुर्गा पूजा समिति का नाम दिया गया। उक्त पूजा अपनी भव्यता के लिए पूरे जिले में विख्यात है। ग्रामीण क्षेत्र होने के कारण यहां जतरा मेला लगता है। जिसमे दूर-दराज के ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं। यहां की पूजा पंडाल और लाइटिंग देखने योग्य होती है। लार्इट व अन्य सजावट लोगों को काफी आकर्षित करता है। यूं तो चंदवा में सभी पूजा पंडालों में ...