प्रयागराज, नवम्बर 25 -- महापौर उमेश चंद्र गणेश केसरवानी ने कहा कि श्री गुरु तेग बहादुर साहिब ने धर्म और मानवता की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। श्री गुरु तेग बहादुर साहिब के 350वें शहीदी दिवस पर अतरसुइया गुरुद्वारा में मंगलवार को आयोजित महान शहीदी समागम में महापौर ने हिंद के चादर गुरु तेग बहादुर का मत्था टेकने के बाद कहा कि मुगल शासक औरंगजेब के जबरन धर्मांतरण और धार्मिक उत्पीड़न के खिलाफ कश्मीरी पंडितों ने सहायता की गुहार लगाई थी, तब गुरु तेग बहादुर ने उन्हें बचाने के लिए स्वयं को कुर्बान कर दिया था। उनका यह बलिदान धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा का एक अद्वितीय उदाहरण है। इस अवसर पर पार्षद नीरज टंडन, पूर्व पार्षद गिरी शंकर प्रभाकर, राजेश केसरवानी, मनु चावला, रॉयल सरदार, मनोज मिश्रा, दिनेश विश्वकर्मा, हरीश केसरवानी, हिमालय सोनकर, अजय ...