अयोध्या, नवम्बर 14 -- अयोध्या, संवाददाता। अगहन (मार्ग शीर्ष) शुक्ल पंचमी की तिथि विवाह पंचमी के रूप में प्रसिद्ध है। इस अवसर पर भगवान श्रीसीताराम विवाहोत्सव का आयोजन हर मंदिर में हर्षोल्लास के साथ किया जाता है। इस उत्सव में शिष्य परम्परा के श्रद्धालु गण भी बड़ी संख्या में हिस्सा लेते हैं। इसकी तैयारियां महीनों पहले से शुरू हो जाती है। हालांकि अधिकांश मंदिरों में भगवान का विवाहोत्सव और अगले दिन कुंवर कलेवा का आयोजन सभी मंदिरों में होता है लेकिन मधुर उपासना परम्परा के करीब एक दर्जन से अधिक मंदिरों में भगवान राम की बारात निकालने की भी परम्परा है। इस बार विवाह पंचमी के पर्व पर राम मंदिर में ध्वजारोहण समारोह तय होने और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित अन्य वीवीआईपी के आगमन व उनकी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रतिबंध व रुट डायवर्जन व्यवस्था ने सभी ...