काठमांडू, सितम्बर 8 -- पहले श्रीलंका, फिर बांग्लादेश और अब नेपाल। क्या एक ही मॉडल से सरकारें गिराने की साजिश रची जा रही है? यह सवाल इसलिए उठ रहे हैं, क्योंकि श्रीलंका और बांग्लादेश में युवाओं को आगे कर सत्ता परिवर्तन किया गया। नेपाल में हो रहे घटनाक्रम से लगता है कि मॉडल वही है, भले ही मुद्दे अलग हों। श्रीलंका में प्रदर्शनकारियों ने संसद पर कब्जा कर सरकार गिरा दी थी। बांग्लादेश में भी यही पैटर्न दिखा। अब नेपाल में भी ऐसा ही हो रहा है। सोशल मीडिया पर प्रतिबंध के खिलाफ 16 से 26 साल के युवा सड़कों पर उतरे और संसद तक पहुंच गए। प्रदर्शनकारी शुरू में सोशल मीडिया प्रतिबंध हटाने की मांग कर रहे थे, लेकिन यह मांग धीरे-धीरे प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के इस्तीफे तक पहुंच गई। युवा सोशल मीडिया पर पोस्ट कर पीएम ओली से इस्तीफा मांग रहे हैं। मीडिया रिपोर...