बलिया, जून 3 -- बलिया, संवाददाता। शहर से सटे मिड्ढा गांव स्थित काली मंदिर परिसर में चल रहे हनुमत प्राण प्रतिष्ठात्मक महायज्ञ में सोमवार की रात साध्वी लाडली किशोरी ने जनकपुर फुलवारी भ्रमण, धनुष यज्ञ और श्रीराम-सीता विवाह प्रसंग सुनाकर श्रोताओं को विभोर कर दिया। देर रात तक श्रोता रामकथा रूपी अमृत का पान किए। अंत में प्रभु श्रीराम की आरती हुई। इसके बाद प्रसाद का वितरण हुआ। मंगलवार को महायज्ञ के समापन पर दोपहर से भंडारा आयोजित हुआ, जिसमें सैकड़ों की संख्या में संत महात्मा प्रसाद ग्रहण किया, भंडारा देर रात तक चलता रहा। बांसडीह हिसं के अनुसार क्षेत्र के सूर्यपुरा गांव स्थित बुढ़िया माई मंदिर परिसर में चल रहे नौ दिवसीय पंचकुंडीय रूद्रमहायज्ञ यज्ञ में सोमवार की शाम चौथे दिन चैतन्य महराज ने श्रोताओं को बताया कि कथावाचक पर कभी संदेह नहीं करना चाहिए...