कुशीनगर, अगस्त 25 -- कुशीनगर, हिटी। फाजिलनगर जूनियर हाईस्कूल परिसर में चल रहे संगीतमयी रामकथा में रविवार को कथा वाचिक राधिका किशोरी ने राम-भरत मिलाप प्रसंग का वर्णन किया। भाइयों के मिलन के प्रसंग को सुनकर श्रद्धालु मंत्र मुग्ध हो गये। कथा वाचिका ने कहा कि पिता की आज्ञा का पालन अनुचित व उचित मानकर नहीं करना चाहिए। पिता की आज्ञा ही सर्वोपरी होती है। भगवान श्रीराम ने अपने पिता महाराजा दशरथ की आज्ञा को बगैर उचित अनुचित सोचे उसका पालन किया। उन्होंने श्रीराम के गुणों का बखान करते हुए कहा कि हमें जीवनभर राम नाम का जाप करना चाहिए। श्रीराम कथा हमें जीवन जीने की कला सिखाती है। वर्तमान समय में पारिवारिक जीवन में पैदा हो रहे कलह का चित्रण करते हुए कहा कि यदि एक दूसरे के हितों के सम्मान से परिवार के विघटन को रोका जा सकता है, जहां कुछ लोग केवल अपने हित...