हरिद्वार, अक्टूबर 4 -- श्रीरामलीला समिति भूपतवाला की रामलीला के अंतिम दिन श्रीराम के वनवास से अयोध्या लौटने, भरत मिलन और राजतिलक का दिव्य दृश्य मंचन किया गया। इस पावन दृश्य ने दर्शकों को भाव विभोर कर दिया। श्रीराम दरबार की झांकी के मंच पर विराजित होते ही जय श्रीराम के नारों से पूरा परिसर गूंज उठा। इस अवसर पर समिति और लीला मंचन से जुड़े सभी कलाकारों, तकनीकी सहयोगियों और सेवकों को मंच पर बुलाकर स्मृति चिन्ह और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर मुख्य संरक्षक दिनेश गुप्ता ने कहा रामलीला केवल एक सांस्कृतिक मंचन नहीं, बल्कि यह हमारे संस्कारों और परंपराओं का जीवंत प्रतिबिंब है। यह पीढ़ियों को मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के आदर्शों से जोड़ने का एक सशक्त माध्यम है। कमेटी अध्यक्ष अमित गुप्ता और पार्षद सूर्यकांत शर्मा ने कहा यह आयोजन सभी...