बरेली, जून 10 -- श्री रामायण मंदिर माधवबाड़ी में हो रही श्रीमद्भागवत कथा के चतुर्थ दिवस पर व्यास आचार्य शशांक भारद्वाज ने भक्त प्रह्लाद का चरित्र, रामचरित्र व श्रीकृष्ण जन्म कथा का वर्णन किया। बताया कि कथा में भक्ति और चमत्कार का समावेश होता है। इन कथाओं का वर्णन, श्रोताओं को भक्ति, आदर्श चरित्र, और भगवान के प्रति विश्वास के महत्व को सिखाता है। भक्त प्रह्लाद को अपनी भक्ति और दृढ़ विश्वास के लिए जाना जाता है, जो उन्हें विभिन्न दुखों और कष्टों का सामना करने में मदद करता है। रामचरित्र राम के आदर्श चरित्र का वर्णन करने के साथ ही उनकी मर्यादा, न्याय और कर्तव्यनिष्ठा को उदाहरण के रूप में प्रस्तुत करता है। जो मानव को एक नैतिक शिक्षा प्रदान करता है। श्रीकृष्ण जन्म की कथा के साथ ही उनकी बाल लीलाओं का भी वर्णन किया। मंदिर प्रबंध समिति के सचिव नवीन ...
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